Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
सोमवार सुबह 5:30 बजे के करीब जीवन कृष्ण की गिरफ्तारी हुई
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार के मामले में मुर्शिदाबाद के बरमान से तृणमूल कांग्रेस के विधायक जीवन कृष्ण साहा की गिरफ्तारी को लेकर विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने सवाल खड़ा किया है। सोमवार सुबह 5:30 बजे के करीब जीवन कृष्ण की गिरफ्तारी हुई और पूर्वाह्न 11 बजे के करीब उन्हें कोलकाता के निजाम पैलेस स्थित सीबीआई दफ्तर में लगा गया है। यहां कोर्ट में पेश करने की तैयारी हो रही है।
इस बीच विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने कहा है कि विधानसभा सदस्य की गिरफ्तारी से पहले विधानसभा सचिवालय से किसी तरह की कोई अनुमति नहीं ली गई है ना ही आधिकारिक तौर पर मुझे जानकारी दी गई है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि सीबीआई ससमय उन्हें इस बारे में जानकारी देगी।
दरअसल, विधानसभा सदस्य की गिरफ्तारी के लिए विधानसभा अध्यक्ष और संसद सदस्य की गिरफ्तारी के लिए लोकसभा अध्यक्ष को बताना पड़ता है। हालांकि कानून कहता है कि सांसद या विधायक किसी को भी पुलिस या केंद्रीय एजेंसियों को गिरफ्तार करने के लिए किसी की अनुमति की जरूरत नहीं होती। हां गिरफ्तारी के 24 घंटे के अंदर संबंधित सदन के अध्यक्षों को जानकारी देने का रिवाज रहा है। हालांकि आरोप लगे हैं की नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में इसके पहले पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और बाद में प्राथमिक शिक्षा परिषद के पूर्व अध्यक्ष और पलाशिपाड़ा से तृणमूल के विधायक माणिक भट्टाचार्य की गिरफ्तारी से संबंधित कोई भी जानकारी विधानसभा अध्यक्ष को 24 घंटे के बाद भी नहीं दी गई।
इसके पहले नारद मामले में ममता बनर्जी के बेहद खास कैबिनेट सहयोगी और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम, विधायक मदन मित्रा और पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी को भी सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष को जानकारी नहीं देने की वजह से अध्यक्ष ने ईडी और सीबीआई के अधिकारियों को विधानसभा में तलब किया था। हालांकि कोई भी अधिकारी उनके नोटिस का जवाब देने नहीं पहुंचा। हां जवाब में एक पत्र जरूर दिया गया, जिसमें संवैधानिक नियमों का जिक्र कर स्पष्ट कर दिया गया था कि किसी की गिरफ्तारी के लिए केंद्रीय एजेंसी को किसी की अनुमति लेने की जरूरत नहीं है।
इस बिच एक और विधानसभा सदस्य की गिरफ्तारी हुई है तो विधानसभा अध्यक्ष सामने खड़े हुए हैं। बहरहाल सीबीआई सूत्रों ने बताया है कि उन्हें 24 घंटे के भीतर इस बारे में लिखित तौर पर जानकारी दे दी जाएगी।